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क्रिस्टोफर कॉडवेल

क्रिस्टोफर कॉडवेल

जन्म : 20 अक्तूबर, 1907 को प्युटनी में। साहित्येतर, पूरा नाम क्रिस्टोफर सेंट जान स्प्रिग। ईलिंग के बेनेडिक्टाइन स्कूल में पढ़ाई। साढ़े सोलह वर्ष की आयु में स्कूल छोड़ा।

तीन वर्ष तक ‘यार्कशायर आब्जर्वर’ में संवाददाता रहे। वापस लन्दन लौटकर वैमानिकी के एक प्रकाशन-संस्थान में सम्पादक के रूप में कार्य, बाद में वहीं डायरेक्टर हुए।

असाधारण प्रतिभा के धनी, प्रख्यात मार्क्सवादी चिन्तक और लेखक। राजनीतिक कार्यकर्ता और सैनिक के रूप में भी उल्लेखनीय कार्य। कम्युनिस्ट पार्टी की पोप्लर शाखा में सक्रिय भूमिका निभाते हुए उसके अग्रणी नेता की हैसियत से स्पेन के गृहयुद्ध में हिस्सेदारी। इंटरनेशनल ब्रिगेड में भर्ती हुए और 12 फरवरी, 1937 को जरमा के मोर्चे पर मृत्यु।

एक बहुआयामी लेखकीय व्यक्तित्व के नाते 25 वर्ष की आयु से पहले ही वैमानिकी पर पाँच पाठ्य पुस्तकें, सात उपन्यास तथा कुछ कविताएँ और कहानियाँ प्रकाशित। मई, 1935 में क्रिस्टोफर कॉडवेल नाम से ‘दिस माई हैंड’ नामक उपन्यास का प्रकाशन। उपन्यासों और पाठ्य-पुस्तकों के अलावा साहित्य और संस्कृति विषयक प्रायः सभी कृतियों का प्रकाशन मरणोपरान्त। मुख्य कृतियाँ हैं : ‘विभ्रम और यथार्थ’ (इल्यूज़न एंड रियलिटी); ‘मरणासन्न संस्कृति का अध्ययन’ (स्टडीज़ इन ए डाइंग कल्चर), ‘क्राइसिस इन फीजिक्स’ तथा ‘मरणासन्न संस्कृति का कुछ और अध्ययन’ (फर्दर स्टडीज इन ए डाइंग कल्चर)।

विभ्रम और यथार्थ

क्रिस्टोफर कॉडवेल

मूल्य: Rs. 995

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